बिजली के बिलों में दामों की भारी बढ़ोतरी। Hike in Electricity Bills

Heavy Hike in Electricity Bills


बिजली के बिलों में भाव की बढ़ोतरी


Hike in Electricity Bills: नमस्ते दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको ये संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं कि क्या बिजली के बिलों में दामों की भारी बढ़ोतरी होगी और क्यों होगी और किस कारण होगी, तो चलिए हम आपको पुरी जानकारी देते है। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों और सदस्यों के साथ शेयर जरुर करें।


बिजली के बिलों में भाव की बढ़ोतरी: बता दें कि जल्द ही बिजली के दाम बढ़ सकते हैं। क्योंकि 2 साल में कोयले के दाम बढ़ गए हैं, कोल इंडिया Limited (CIL) ने नोन- कुकिंग कोयले की कीमतों में 8 फीसदी की बढ़ोतरी की है। एक नियामक फाइलिंग में कंपनी ने कहा है कि मूल्य बढ़ोतरी 31 मई से लागू हो जाएगी। बता दें कि इस पांच साल में कोयले की कीमतों में यह पहली बढ़ोतरी है।



पिछली बार 2018 में Non-Cuking कोयले की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी। अब सामान्य लोगो को आगे के भविष्य में महंगाई (Inflation) का एक और झटका लग सकता है। जानकारी के मुताबिक कोयले की कमी के बीच महंगा कोयला आयात (Coal Import) बढ़ने के कारण पावर प्लांट (Power Plant) में बिजली पैदा करने की लागत बढ़ सकती है। और इसके कारण बिजली की दर बढ़ सकती है


बिजली बिलों में मूल्य बढ़ोतरी

दरअसल मानसून से देश में कोयले की सप्लाई पर असर पड़ता है, चिंता की बात यह है कि बिजली की मांग बढ़ने से कोयले की सप्लाई पर पहले से ही काफी दबाव है।


ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि मानसून के दौरान कोयले की कमी देखने को मिलेगी और इस कमी को पूरा करने के लिए सरकार ने कोयले (Coal) की आयात बढ़ाने का फैसला किया है। जिससे कंपनियों की बिजली बनाने का खर्च बढ़ जाएगा।


क्यों बढ़ाई बिजली की दरें?
 
सूत्रों के अनुसार टकसाल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार चालू नाणाकिय वर्ष में 76 मिलीयन टन कोयला आयात करने की योजना बना रही है। सूत्रों की मानें तो इस आयात से बिजली की दरों में 50 से 80 पैसे तक की बढ़ोतरी हो सकती है।


रिपोर्ट के मुताबिक, कोल इंडिया August और September में 15 करोड़ टन कोयले की आवक करने की योजना बना रही है। क्योंकि इस दौरान मौनसून के कारण स्थानीक उत्पादन और इसकी आपूर्ति को प्रभावित कर सकता है।


NTPC, दामोदर वैली कॉरपोरेशन राज्य उत्पादन कंपनियां और स्वतंत्र पावर प्रोजेक्ट (आई.पी.पी.ऐस.एस) भी लगभग 60 करोड़ टन कोयले के आयात की योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं।


आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी?
 
कीमतों में बढ़ोतरी से कंपनी को चालू नाणाकिय वर्ष में अपना राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी कोल इंडिया की सभी सहायक कंपनियों पर लागू होगी। कोल इंडिया देश की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी है। CIL नाणाकिय वर्ष 2024 की बाकी अवधि में ₹.2703 करोड़ की आयात Increase की उम्मीद।


G2 से G10 ग्रेड के कोयले की कीमतों में बढ़ोतरी
 
कोल इंडिया लिमिटेड की बोर्ड बैठक 30,May को हुई थी। इस बैठक में नॉन कुकिंग कोयले की कीमतों में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई थी। यह बढ़ोतरी हाई ग्रेड कोयले के दाम में की गई है।

बता दें कि बोर्ड G2 से G10 के हाई ग्रेड कोयले की मौजूदा कीमत में 8 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। यह विनियमित और बिन-विनियमित क्षेत्रों के लिए NEC सहित CIL की सभी पेटा कंपनीयों पर लागू होता है।


यह भाव किस कारण से बढ़ाते हैं
 


क्योंकि बुधवार को शुरुआती कारोबार में कोल इंडिया के शेयरों में बड़ी गिरावट रही। शुरुआती कारोबार में शेयर ₹1.84 रुपये था। ₹4.50 रुपये से नीचे। घटकर ₹239.85 पर ट्रेंड कर रहा था। ये स्टॉक शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर ₹263.30 रुपये है। जबकि 52 हफ्ते का निचला स्तर ₹174.60 रुपए है। कंपनी का मार्केट कैप ₹ 1,47,967.11 करोड़ है।


Notes: बता दें की यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है, अधिक जानकारी के लिए आप उनकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जा सकते है…..

Conclusion
 
दोस्तों इस लेख के माध्यम से हमने आपको बिजली के बिलों में दामों की भारी बढ़ोतरी | बिजली बिल मूल्य वृद्धि से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। अगर आप हमसे कोई भी सवाल पुछना चाहतें हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पुछ सकते हैं। 



Post a Comment

Previous Post Next Post